L – Love Marriage
We fell in love and were in a relationship for five years. We then decided to let our families know about us. Even
We fell in love and were in a relationship for five years. We then decided to let our families know about us. Even
एक ख़याल आया जो कल ना रहूँ मैं क्या तब भी तुझमें ज़िंदा रहूँगी मैं क्या तब भी तुम बिल्कुल ऐसे ही बोलोगे मेरी तस्वीर देख अपना दिल खोलोगे या खो जाओगे मेरी तरह कहीं चुपके से अचानक से जहां और कोई नहीं क्या आएगी तब भी तुमसे मेरी ख़ुशबू जैसे आती थी जब हम होते थे रूबरू कैसे खो जाते थे तुम मेरी इन पलकों में
कई बार ऐसा होता है जब हम किसी के सवालों का जवाब नहीं देना चाहते है। समाज के, परिवार के, रिश्तेदारों के, पड़ोसियों
वो कहता है तू खुदा है मेरा तू ही इश्क़ है तू है सबकुछ मेरा तुझे देखूँ तो साँसे चलती है मेरी तू देखे तो धड़कन बढ़ती है मेरी तेरी पलकों के उठने का इंतज़ार रहता है तेरी आँखों में दिल मेरा डूबा रहता है तेरी ज़ुल्फ़ों से घना कुछ और नहीं बस तू दिख जाए फिर कुछ और दिखता नहीं वो कहता है तुझमें एक ख़ुश्बू है तेरे साथ होने से मेरी ज़िंदगी महकती है तुझे छूने का एक अलग एहसास है बस याद कर लो तो लगता है हम पास है तू साथ होती है तो दिल को सुकून मिलता है बेरंग सी ज़िंदगी में भी रंग दिखता है .
सोचती हूँ कभी वो दिन तो आएगा जब बैठी रहूँगी तेरी बाँहों में चुप चाप, आँखें बंद करके होंठों पर मुस्कान चेहरे पर सुकून लेकर तेरे काँधे पर सिर अपना रखकर तेरे हाथों की गर्मी अपने हाथों में महसूस करके पास तेरे बैठी रहूँगी घंटों तक सोचती हूँ कभी तो मिल पाऊँगी जब कभी भी तुम पुकारोगे मैं भागी चली आऊँगी कभी तो ख़त्म होगी ये दूरी शायद हमारी कहानी अब ना रहेगी अधूरी
ये बारिश नहीं ये तुम ही हो जो मुझ तक ठंडक पहुँचा रही ये धूप नहीं ये तुम ही हो जो मेरे गालों को सहला रही ये हवा नहीं ये तुम ही हो जो मेरे कानों में कुछ कह रही बस कहने को तुम दूर हो तुम हो मेरे पास यहीं कहीं मेरे हर लफ़्ज़ में तुम अल्फ़ाज़ में तुम हर उस अनकही बातों में तुम मेरे कहानी में तुम हर कविता में तुम बस कहने को तुम दूर हो तुम हो मेरे पास यहीं कहीं सुबह की रोशनी रात के सितारे याद दिलाती है तुम्हारी
“If I had all the time in the world, I would spend it all with him, and even that would not be enough.
I enjoyed reading this book that I received as a part of Blogchatter’s Book Review Program and would like to express my gratitude towards Sona
I was in my office when I got a call from him, “Mom wants to meet you.” He sounded anxious. “Why? What