N – Not Without You
It’s baba’s birthday today and I am a lot more emotional. Some days are harder than the rest and much more difficult. From
It’s baba’s birthday today and I am a lot more emotional. Some days are harder than the rest and much more difficult. From
I was in the US when I started getting homesick and missed my family a lot. I would sit alone and think of
“मुस्कुराना आसान लगता है” क्यूँ उदास हूँ समझना मुश्किल है ‘मैं ठीक हूँ’ ये जताना मुश्किल है, सबसे छुप कर रोने से मुस्कुराना आसान लगता है कुछ ना करो तो चिंतित होते है करो तो आश्चर्य से देखते है, सवालों के जवाब देने से मुस्कुराना आसान लगता है वक्त आने पे सबको जाना है जाने से तुम्हें रुक जाना नहीं है, इन व्यर्थ की बातों को मान लेने से मुस्कुराना आसान लगता है
“In Another Life” Like a lonely sunflower I keep looking for my sun, Anxiously searching everywhere I wither when I find none Is
एक ख़याल आया जो कल ना रहूँ मैं क्या तब भी तुझमें ज़िंदा रहूँगी मैं क्या तब भी तुम बिल्कुल ऐसे ही बोलोगे मेरी तस्वीर देख अपना दिल खोलोगे या खो जाओगे मेरी तरह कहीं चुपके से अचानक से जहां और कोई नहीं क्या आएगी तब भी तुमसे मेरी ख़ुशबू जैसे आती थी जब हम होते थे रूबरू कैसे खो जाते थे तुम मेरी इन पलकों में
वो कहता है तू खुदा है मेरा तू ही इश्क़ है तू है सबकुछ मेरा तुझे देखूँ तो साँसे चलती है मेरी तू देखे तो धड़कन बढ़ती है मेरी तेरी पलकों के उठने का इंतज़ार रहता है तेरी आँखों में दिल मेरा डूबा रहता है तेरी ज़ुल्फ़ों से घना कुछ और नहीं बस तू दिख जाए फिर कुछ और दिखता नहीं वो कहता है तुझमें एक ख़ुश्बू है तेरे साथ होने से मेरी ज़िंदगी महकती है तुझे छूने का एक अलग एहसास है बस याद कर लो तो लगता है हम पास है तू साथ होती है तो दिल को सुकून मिलता है बेरंग सी ज़िंदगी में भी रंग दिखता है .
सोचती हूँ कभी वो दिन तो आएगा जब बैठी रहूँगी तेरी बाँहों में चुप चाप, आँखें बंद करके होंठों पर मुस्कान चेहरे पर सुकून लेकर तेरे काँधे पर सिर अपना रखकर तेरे हाथों की गर्मी अपने हाथों में महसूस करके पास तेरे बैठी रहूँगी घंटों तक सोचती हूँ कभी तो मिल पाऊँगी जब कभी भी तुम पुकारोगे मैं भागी चली आऊँगी कभी तो ख़त्म होगी ये दूरी शायद हमारी कहानी अब ना रहेगी अधूरी
ये बारिश नहीं ये तुम ही हो जो मुझ तक ठंडक पहुँचा रही ये धूप नहीं ये तुम ही हो जो मेरे गालों को सहला रही ये हवा नहीं ये तुम ही हो जो मेरे कानों में कुछ कह रही बस कहने को तुम दूर हो तुम हो मेरे पास यहीं कहीं मेरे हर लफ़्ज़ में तुम अल्फ़ाज़ में तुम हर उस अनकही बातों में तुम मेरे कहानी में तुम हर कविता में तुम बस कहने को तुम दूर हो तुम हो मेरे पास यहीं कहीं सुबह की रोशनी रात के सितारे याद दिलाती है तुम्हारी
There are days when we feel like doing nothing at all. There are days when we miss someone so terribly that we want
है माँ दुर्गा, तुम भी तो नारी थी अकेली ही असुरों पे भारी थी, महिसासुर ने जब उपहास किया तुमने उसका सर्वनाश किया,