Ek Khayal Aaya
एक ख़याल आया जो कल ना रहूँ मैं क्या तब भी तुझमें ज़िंदा रहूँगी मैं क्या तब भी तुम बिल्कुल ऐसे ही बोलोगे मेरी तस्वीर देख अपना दिल खोलोगे या खो जाओगे मेरी तरह कहीं चुपके से अचानक से जहां और कोई नहीं क्या आएगी तब भी तुमसे मेरी ख़ुशबू जैसे आती थी जब हम होते थे रूबरू कैसे खो जाते थे तुम मेरी इन पलकों में